नन्हा पक्षी जिसने बाँटना सीख🐥 // Hindi moral story
नन्हा पक्षी जिसने बाँटना सीखा🐥🐥🐥🐥🐥
एक बार की बात है,🌳🌴🌲 एक घने हरे जंगल में, जहाँ ऊँचे-ऊँचे पेड़ और चमचमाती नदियाँ थीं , वहाँ एक छोटा पक्षी रहता था, जिसका नाम पिप था। पिप एक सुंदर पक्षी था, जिसकी पंख नीले रंग की थीं और जिसकी चहचहाहट बहुत मधुर थी। उसे ऊँची टहनियों पर उड़ना और खुश होकर गाना बहुत पसंद था। लेकिन पिप की एक आदत थोड़ी अजीब थी — उसे चमकदार चीज़ें बहुत पसंद थीं।
एक दिन सुबह-सुबह, जब पिप🐥 जंगल के एक नए हिस्से में उड़ रहा था, उसने एक बहुत ही अद्भुत चीज़ देखी। वह थी एक गोल-मटोल, चमकती हुई लाल बेरी। वह सूरज की रोशनी में ऐसे चमक रही थी जैसे कोई छोटा सा रत्न हो। “वाह!” पिप चहचहाया। “यह तो दुनिया की सबसे सुंदर बेरी है!”
पिप ने तुरंत उस बेरी को उठाया और अपने घोंसले की ओर उड़ गया🪺🪆। वहाँ जाकर उसने अपने पंखों से उसे खूब चमकाया। वह उस बेरी को इतना पसंद करने लगा कि उसने किसी को भी उसे दिखाना ठीक नहीं समझा। उसे डर था कि कोई और उसे ले न जाए। इसलिए उसने बेरी को पत्तों के नीचे छुपा दिया।
दिन बीतते गए, और पिप घंटों बैठकर अपनी बेरी को निहारता रहता। उसने अपने दोस्तों के साथ खाना ढूँढ़ने जाना बंद कर दिया, यहाँ तक कि उनके साथ खेलना भी बंद कर दिया। वह हमेशा जल्दी-जल्दी घोंसले पर लौटता, यह देखने कि उसकी बेरी🫐🫐 सही सलामत है या नहीं। धीरे-धीरे पिप अकेला पड़ गया।
फिर एक दिन, जंगल में तेज़ आँधी और तूफान आया। हवाएँ ज़ोर से चलने लगीं, और तेज़ बारिश होने लगी। पिप का घोंसला पेड़ की ऊँचाई पर था, जो हिलने लगा। अचानक एक तेज़ हवा का झोंका आया और पिप की प्यारी बेरी उड़ गई!
“ओ नहीं!” पिप चिल्लाया। उसने देखा कि बेरी उड़ती हुई नीचे एक विशाल बरगद के पेड़ की जड़ के पास जा गिरी। तूफान बहुत तेज़ था, और वह उड़कर नीचे नहीं जा सकता था। उसकी आँखों में आँसू आ गए।
अगली सुबह, जब तूफान थम गया, पिप दुखी मन से बरगद के पास गया। वह इधर-उधर ढूंढ़ने लगा, लेकिन बेरी कहीं नहीं दिखी। तभी उसे एक हल्की सी चहचहाहट सुनाई दी। वह एक नन्हा बच्चा रॉबिन था, बहुत ही छोटा और कमज़ोर, जो बरगद के खोखले में बैठा था। उसके पास ही पिप की चमकती लाल बेरी पड़ी थी!
बच्चा रॉबिन बहुत भूखा और ठंड से काँप रहा था। जब उसने पिप को देखा, तो धीरे से उसकी ओर देखा और बेरी की तरफ इशारा किया। पिप को समझ में आ गया कि वह नन्हा बच्चा उस बेरी को खाना चाहता है लेकिन बहुत कमज़ोर है।
पिप के दिल में एक नया अहसास हुआ — अब यह बेरी उसकी नहीं रही, यह अब मदद करने का मौका थी। पिप ने धीरे से बेरी को उठाया और उसका एक छोटा सा हिस्सा तोड़कर बच्चे को खिलाया। बच्चा रॉबिन उसे तुरंत खाने लगा और धीरे-धीरे उसकी ताक़त लौटने लगी।
उसी समय, लिली और टॉम वहाँ उड़ते हुए आए। उन्होंने पिप को देखकर पूछा, “क्या हुआ?” पिप ने सब कुछ बताया — कैसे उसने बेरी को छुपाया था और अब वह बेरी एक भूखे बच्चे को मिल गई थी।
लिली और टॉम बिना देर किए छोटे रॉबिन के लिए खाना लाने लगे। उन्होंने छोटे कीड़े और मीठे फल लाकर दिए। पिप भी उनके साथ मिल गया। अब उसे अपनी “खास” बेरी की कोई परवाह नहीं थी।
दिन के अंत तक, बच्चा रॉबिन फिर से चहचहाने लगा। पिप के दिल में एक खास गर्माहट सी महसूस हुई — यह खुशी उस चमकती बेरी से कहीं ज्यादा अच्छी थी।
सीख: साझा करने से ही सच्ची खुशी मिलती है। दोस्ती और दूसरों की मदद करना किसी भी खजाने से कहीं अधिक मूल्यवान है।
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