20 नैतिक कहानियाँ – बच्चों के लिए शिक्षाप्रद हिंदी कहानियाँ (2025)
20 नैतिक कहानियाँ बच्चों के लिए
1. सच्चा मित्र
एक बार दो दोस्त जंगल से गुजर रहे थे। रास्ते में उन्हें एक भालू मिल गया। एक दोस्त पेड़ पर चढ़ गया और दूसरा ज़मीन पर लेट गया। भालू आया, उसे सूंघा और चला गया। बाद में पेड़ वाला दोस्त नीचे आया और पूछा, "भालू ने क्या कहा?" दूसरे ने जवाब दिया, "उसने कहा कि जो मुश्किल में साथ न दे, वो सच्चा मित्र नहीं होता।"
2. लालची कुत्ता
एक कुत्ते को हड्डी मिली। वह नदी पार कर रहा था। पानी में उसने अपनी परछाईं देखी और सोचा कि किसी और के पास बड़ी हड्डी है। उसने जैसे ही भौंककर हड्डी छीनी, उसकी खुद की हड्डी पानी में गिर गई। लालच ने उसे सब कुछ गंवा दिया।
3. शेर और चूहा
एक दिन शेर सो रहा था, तभी एक चूहा उसके ऊपर दौड़ने लगा। शेर ने उसे पकड़ लिया। चूहे ने माफी मांगी और वादा किया कि वह भी मदद करेगा। कुछ दिन बाद शेर शिकारी के जाल में फँस गया। चूहा आया और रस्सी कुतर कर शेर को बचा लिया।
4. ईमानदार लकड़हारा
एक लकड़हारे की कुल्हाड़ी नदी में गिर गई। वह रोने लगा। जलपरी सोने और चांदी की कुल्हाड़ी लाई लेकिन लकड़हारे ने मना कर दिया। जब उसने अपनी असली लोहे की कुल्हाड़ी मांगी, तो उसकी ईमानदारी से खुश होकर जलपरी ने तीनों दे दी।
5. चालाक कौआ
गर्मी में एक प्यासा कौआ इधर-उधर पानी खोज रहा था। उसे एक घड़ा मिला, लेकिन पानी नीचे था। उसने कंकड़ डाल-डालकर पानी ऊपर कर दिया और पिया। समझदारी से उसने अपनी प्यास बुझाई।
6. आलसी गधा
एक धोबी रोज़ अपने गधे पर कपड़े लादता था। गधा रास्ते में बहाना करता और रुक जाता। एक दिन धोबी ने उसे सबक सिखाने के लिए बोझ में मिट्टी भर दी। गधे को सबक मिल गया और वह फिर कभी आलसी नहीं बना।
7. दो मेंढ़क
दो मेंढ़क दूध के बर्तन में गिर गए। एक ने हार मान ली और डूब गया। दूसरा लगातार पैर मारता रहा और दूध मथकर मक्खन बन गया, जिससे वह बाहर निकल आया। संघर्ष ही सफलता की कुंजी है।
8. मिठाई वाला लोभी राजा
एक राजा रोज़ मिठाई खाता और बीमार हो गया। वैद्य ने सलाह दी कि सादा भोजन करें। लेकिन राजा नहीं माना। जब राजा बीमार पड़ गया और मृत्यु के करीब आया, तब उसने वैद्य की बात मानी।
9. सच्चाई की जीत
एक बार एक बच्चा परीक्षा में नकल करना चाहता था लेकिन उसने अपने माता-पिता की सिखाई नैतिकता याद की और ईमानदारी से परीक्षा दी। बाद में उसने अच्छे अंक पाए और सभी ने उसकी तारीफ की।
10. नम्रता की ताकत
एक बार तेज हवा और सूरज में बहस हुई कि कौन ज़्यादा ताकतवर है। उन्होंने एक आदमी का कोट उतारने की प्रतियोगिता की। हवा ने जोर लगाया लेकिन आदमी ने कोट कसकर पकड़ लिया। सूरज ने धीरे-धीरे गर्मी दी और आदमी ने खुद कोट उतार दिया।
11. दो बिल्लियाँ और बंदर
दो बिल्लियाँ एक रोटी को लेकर लड़ रही थीं। एक बंदर न्याय करने आया और रोटी को बराबर बांटने के बहाने खुद खा गया। लड़ाई का फायदा दूसरों को हुआ।
12. मेहनती किसान
एक किसान दिन-रात मेहनत करता था। उसके खेत में अच्छी फसल होती। गाँव के लोग उसे देखकर प्रेरणा लेते और आलस्य छोड़ मेहनत करने लगे। मेहनत ही सफलता की राह है।
13. बुद्धिमान राजा
एक बार एक राजा ने अपने दरबारियों की बुद्धिमत्ता की परीक्षा ली। सभी ने अलग-अलग जवाब दिए, लेकिन एक सच्चे मंत्री ने शांत रहकर सच्ची बात कही और राजा को संतुष्ट किया। बुद्धिमानी शब्दों से नहीं, कर्मों से होती है।
14. गरीब लेकिन ईमानदार
एक गरीब लड़के को रास्ते में एक बटुआ मिला। उसने उसे पुलिस स्टेशन में जमा करवा दिया। बाद में बटुए के मालिक ने उसे ईनाम दिया और उसकी ईमानदारी की सराहना की।
15. कछुआ और खरगोश
एक बार कछुए और खरगोश में दौड़ हुई। खरगोश ने कछुए को कमजोर समझकर बीच में आराम किया और कछुआ लगातार चलता रहा और जीत गया। धीरे लेकिन लगातार चलना ही सफलता है।
16. फूला हुआ मेंढक
एक मेंढक खुद को बैल से बड़ा दिखाने के लिए फूलता गया और अंत में फट गया। हमें अपनी सीमा में रहना चाहिए और दिखावा नहीं करना चाहिए।
17. सच्ची सेवा
एक लड़के ने वृद्ध महिला को सड़क पार कराई। महिला ने आशीर्वाद दिया और कहा कि सच्ची सेवा बिना स्वार्थ के होती है।
18. खुद पर विश्वास
एक गरीब लड़का किताबें बेचकर पढ़ा और अफसर बन गया। सब उसकी मेहनत और आत्मविश्वास की तारीफ करने लगे। खुद पर विश्वास ही सबसे बड़ी ताकत है।
19. माँ का प्यार
एक बार एक बच्चा बीमार पड़ा। उसकी माँ ने रात-रात भर जागकर सेवा की और बच्चा ठीक हो गया। माँ का प्यार दुनिया की सबसे निस्वार्थ शक्ति है।
20. पेड़ की सीख
एक बच्चा रोज़ एक पुराने पेड़ के पास जाता और खेलता। बड़ा होने पर उसने पेड़ की लकड़ी ली, फल लिए, और छांव ली। अंत में पेड़ ठूंठ बन गया लेकिन फिर भी बच्चे को बैठने को जगह दी। पेड़ की तरह हमें भी त्यागी होना चाहिए।
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